चलिए जानते हैं बस्ती के 10 प्रमुख दर्शनीय स्थल के बारे में। राष्ट्रीय वन चेतना केंद्र राष्ट्रीय वन चेतना केंद्र को बस्ती और उसके आसपास के क्षेत्रों के निवासियों में जंगलों और पर्यावरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है। इस केंद्र को संत रविदास वन बिहार भी कहा जाता है,
जो संत श्री रविदास को श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित करके बनाया गया है। यह वन विहार जिला मुख्यालय से केवल एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित गनेशपुर गांव के मार्ग पर स्थित है।
पार्क चंगेरा बस्ती
यहां पर एक बाल उद्यान और झील स्थित है। इस बाल उद्यान और झील की स्थापना सरकार द्वारा पिकनिक स्थल के रूप में की गई है। चंगेरा पार्क चंगेरा पार्क बस्ती में सबसे लोकप्रिय पार्कों में से एक है। चंगेरा पार्क फोटो शूटिंग के लिए काफी प्रसिद्ध है। कई जगह के लोग यहां पर फोटो शूटिंग के लिए आते हैं।
भदेश्वर नाथ बस्ती
इस पार्क की सुंदरता लोगों को खूब आकर्षित करती है। भदेश्वर नाथ भदेश्वर नाथ। जिला मुख्यालय से छह किलोमीटर पर कुआनो नदी के तट पर स्थित है। यह भगवान शिव का एक प्रसिद्ध मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर रावण द्वारा स्थापित किया गया था। प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि के अवसर पर यहां मेले का आयोजन किया जाता है।
कंठेश्वर पार्क बस्ती
यह मेला दूर दूर से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। कंठेश्वर पार्क कंठेश्वर पार्क बस्ती के गांधीनगर में स्थित है। यह पार्क बस्ती भर में एक सुंदर पार्क माना जाता है। इस पार्क की देखरेख नगर पालिका बस्ती द्वारा किया जाता है। छुट्टी के दिनों में और त्योहारों में इस पार्क में लोग घूमने आते हैं। इस पार्क में नागरिकों द्वारा नवीन वर्ष समारोह मनाए जाते हैं।
किंग्स पैलेस बस्ती
किंग्स पैलेस किंग्स पैलेस बस्ती के सबसे पुराने पैलेस में से एक है। यह लगभग 200 साल से ज्यादा पुराना है। ऐसा माना जाता है कि राजा लक्ष्मी बीर सिंह ने इसे बनवाया था। इसमें बहुत सारी प्राचीन वस्तुएं हैं। इसका दीदार करने काफी संख्या में लोग आते हैं। अमोढ़ा अमोढ़ा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रामरेखा मंदिर बस्ती
यह पुराने दिनों में राजा जालिम सिंह का राज था। इसके अलावा राजा जालिम सिंह का महल यहां है। महल की पुरानी दीवार पर अंग्रेजों द्वारा इस्तेमाल किए गए गोली के निशान आज भी मौजूद हैं। इसके अलावा यहां एक प्रसिद्ध मंदिर है। रामरेखा मंदिर भगवान राम और सीता देवी के सबसे प्राचीन हिन्दू मंदिरों में से एक है।
छावनी बाजार छावनी बाजार जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है। छावनी बाजार 1857 ईस्वी के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों का प्रमुख शरण स्थान था। यह स्थान शहीदों के पीपल के वृक्ष के लिए भी प्रसिद्ध है। इसी जगह पर ब्रिटिश सरकार ने जनरल फोर्ट की मृत्यु के पश्चात कार्रवाई में 500 जवानों को फांसी पर लटका दिया था।
चंद्रताल बस्ती जिला
स्वतंत्रता सेनानियों की याद में यहां शहीद स्मारक पार्क दिए चंदो ताल चंद्रताल बस्ती जिला के दक्षिण पश्चिम हिस्से में टांडा रोड पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन समय में इस जगह को चंद्र नगर नाम से जाना जाता था।
एक प्राकृतिक झील
कुछ समय बाद यह जगह एक प्राकृतिक झील में तब्दील हो गया। यह झील पाँच किलोमीटर लंबा और चार किलोमीटर चौड़ा है। हर साल सर्दी के मौसम की शुरुआत में ही यहां पर प्रवासी और निवासी पक्षियों का जमावड़ा लग जाता है तथा इस झील में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पक्षियों की अनेक प्रजातियां देखी जा सकती हैं।
मखौड़ा धाम मखौड़ा धाम जिला मुख्यालय के पश्चिम में लगभग 57 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान रामायण काल से ही काफी प्रसिद्ध है। राजा दशरथ ने इस जगह पर पुत्रेष्टि यज्ञ किया था। मखौड़ा कौसल साम्राज्य का एक हिस्सा था।
पक्के बाजार बस्ती
पक्के बाजार पक्के बाजार बस्ती जिला का मुख्य बाजार है। यह बाजार शहर के केंद्र में स्थित है और शहर के आसपास के क्षेत्रों के लोगों को खरीददारी के लिए आकर्षित करती है या बहुत प्रसिद्ध है और व्यस्त शॉपिंग इलाका है जो दिनभर लोगों से घिरा रहता है। यह बाजार काफी प्रसिद्ध है और व्यस्त शॉपिंग इलाका है जो कि दिनभर लोगों से घिरा रहता है।
दोस्तों इन सबके अलावा बस्ती जिले में अहमद पुल, कोटवा गनेशपुर, बारा जामा मस्जिद, भुल्ला ताल, श्रंगी नारी, पकरी भीखी, भीरा ओली बाबू आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।