वृन्दावन के 8 सबसे प्रमुख मंदिर
श्री कृष्ण कन्हैया की प्यारी सी नगरी वृन्दावन में जहां के निधिवन में आज भी भगवान श्री कृष्ण राधारानी और बाकी गोपियों के साथ रास लीला करते हैं। जहां के प्रेम मंदिर की खूबसूरती को देखकर सभी भक्त दीवाने हो जाते हैं
और जहां बांके बिहारी मंदिर है जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। दोस्तों वैसे तो वृंदावन में बहुत सारे मंदिर है जिनमें लोग दूर दूर से दर्शन करने आते है
लेकिन इस आर्टिकल में हम आपको वृन्दावन के 8 सबसे प्रमुख और सुंदर मंदिरों के बारे में बताएंगे जिनके दर्शन आप एक ही दिन में बड़े आराम से कर लोगे और जब आप वृन्दावन के दर्शन करने आओ तो आपको कोई भी प्रॉब्लम ना हो और आप अच्छे से अपने कृष्ण कन्हैया की नगरी के दर्शन कर सको।
बांके बिहारी मंदिर
वृंदावन का सबसे प्रमुख मंदिर श्री बांके बिहारी मंदिर जिसमें कृष्ण भगवान के बाल रूप के बहुत ही भव्य दर्शन होते है। यहां कृष्ण भगवान की स्वयं प्रकट मूर्ति है जो स्वामी हरिदास जी को निधिवन में मिली थी और फिर उन्होंने इस मूर्ति की स्थापना बांके बिहारी मंदिर में करवाई थी। बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए हजारों लोग रोज इस मंदिर में आते हैं।
इसलिए इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा होती है और दर्शन भी बहुत मुश्किल से होते हैं। लेकिन बांके बिहारी जी के दर्शन और उनकी एक झलक देखने के लिए लोग बहुत बेकरार रहते हैं। आप भी इस मंदिर में दर्शन जरूर करें। आपकी सारी मनोकामनाएं बिहारीजी जरूर पूरी करेंगे।
निधिवन मंदिर
दोस्तो दूसरे नंबर पर आता है निधिवन। जहां भगवान श्री कृष्ण आज भी राधारानी और बाकी गोपियों के साथ रास लीला करते हैं। वृंदावन जाने वाले हंड्रेड परसेंट श्रृद्धालु निधिवन में दर्शन करने आते हैं। निधिवन में बहुत सारे तुलसी के पेड़ है और माना जाता है
कि रात के समय ये सब पेड़ गोपियां बन जाती है और राधा कृष्ण के साथ रास लीला करती है। यहां पर रात के समय कोई नहीं रुकता और यहां के पुजारी भी रात को यहां से चले जाते हैं।
निधिवन के परिसर में बहुत से मंदिर है जिनमें दर्शन करके आपको बहुत सुकून मिलेगा। दोस्तों आप जब भी वृंदावन आये तो निधिवन के दर्शन जरूर करें। आपको यहां पर दर्शन करके बहुत आनंद आयेगा। निधिवन में रंग महल है जिसके बारे में मान्यता है
कि रोज रात यहां पर राधा और कृष्ण रास रचाते है। रंगमहल में राधा और कृष्ण के लिए रखे गये चंदन की लकड़ी के पलंग को शाम 07:00 बजे से पहले सजा दिया जाता है। पलंग के बगल में एक लोटा पानी राधा रानी के सिंगार का समान और सातवें पान की थाली रख दी जाती है और रंगमहल के दरवाजे सुबह पांच बजे खुलते है।
उस टाइम यहां का बिस्तर अस्त व्यस्त मिलता है और पानी का लोटा भी खाली होता है और पान भी चबाए हुए मिलते है। चलिए दोस्तों अब बात करते है
प्रेम मंदिर
तीसरे मंदिर के बारे में तो तीसरे नंबर पर आता है वृंदावन का सबसे खूबसूरत मंदिर प्रेम मंदिर जिसमें कृष्ण भगवान की संपूर्ण लीला दर्शाई हुई है। सफेद संगमरमर के पत्थर से बना प्रेम मंदिर बहुत ही आलौकिक है। यहां आपको कालिया नाग, गोवर्धन पर्वत, पूतना का वध, माखन की चोरी जैसी बहुत सी सुन्दर सुन्दर झांकियां देखने को मिलेगी।
इस मंदिर को बनाने में 11 साल का समय लगा था और इसको बनवाने में 100 करोड़ से अधिक धनराशि खर्च हुई थी। आपको यहाँ पर दर्शन करके बहुत अच्छा लगेगा।
दोस्तों मेरी आपको एक एडवाइस रहेगी कि आप प्रेम मंदिर के दर्शन करने शाम के समय आएं क्योंकि शाम के समय प्रेम मंदिर की सभी लाइट्स ऑन कर दी जाती है। जिससे प्रेम मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं और यहां की सुंदर सुंदर झांकियां भी कलरफुल लाइट से जगमगा जाती है।
इस्कॉन टेम्पल
दोस्तो, चौथे नंबर पर आता है वृंदावन का एक और प्रमुख मंदिर इस्कॉन टेम्पल। यह मंदिर विदेशी श्रद्धालुओं के लिए मशहूर है। सारे विदेशी श्रद्धालु यहां हरे कृष्णा, हरे रामा का जाप करते हैं और भजन कीर्तन करते हैं।
यह मंदिर वृंदावन के खूबसूरत मंदिरों में शामिल है। यहां कृष्ण भगवान और बलराम दाऊ के दर्शन आपको होते हैं। इसके अलावा यहां आपको भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की बहुत सी सुंदर सुंदर मूर्तियां देखने को मिलेगी। इस मंदिर में आपको बहुत शांति की अनुभूति होगी और यहां आने वाले सभी श्रद्धालु राधे राधे की भक्ति में लीन हो जाते हैं।
वैष्णो देवी मंदिर
दोस्तो पांचवे नंबर पर आता है वृंदावन का वैष्णो देवी मंदिर। यह मंदिर माता वैष्णो देवी को समर्पित है। यहां माता रानी की बहुत विशाल प्रतिमा बनी हुई है और यहां आपको माता रानी की गुफा देखने को मिलेगी जिसके अंदर एक बहुत बड़ा होल बनाया हुआ है
जिसमें सफेद संगमरमर के पत्थर लगाए हुए हैं। यह मंदिर बहुत ही सुंदर लगता है। यहां बहुत सी प्रतिमाएँ बनाई हुई है और माता रानी का मंदिर भी बनाया हुआ है। आप इस मंदिर के दर्शन करने जरूर आए यहां आपको बहुत अच्छा लगेगा।
राधारमण मंदिर
छठे नंबर का मंदिर है वृंदावन का राधारमण मंदिर। इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की स्वयं प्रकट मूर्ति विराजमान है। यहां भी बहुत से श्रद्धालु दर्शन करने आते है।
आप भी राधारमण मंदिर के दर्शन जरूर करें नहीं तो आपकी वृंदावन की यात्रा अधूरी मानी जाएगी। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के बहुत ही भव्य दर्शन होते है। यहां दर्शन करके आपको बहुत शांति की अनुभूति होगी। चलिए दोस्तों अब बात करते है
राधावल्लभ मंदिर
सातवें नंबर के मंदिर के बारे में। दोस्तो सातवें नंबर पर आता है वृंदावन का राधावल्लभ मंदिर। यह मंदिर वृंदावन के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है और इस मंदिर को श्री हरिवंश महाप्रभु जी ने बनवाया था। यहां पर भगवान श्री कृष्ण की बहुत सुंदर प्रतिमा स्थापित है। इस मंदिर के दर्शन करने बहुत जरूरी होते है।
वृंदावन आने वाले मैक्सिमम टूरिस्ट यहां पर दर्शन करने आते है। आप भी यहां पर दर्शन जरूर कीजियेगा। राधावल्लभ लाल जी आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे। दोस्तो अब हम बात करते हैं
श्री राधा दामोदर मंदिर
आठवें नंबर के मंदिर के बारे में। आठवें नंबर पर आता है श्री राधा दामोदर मंदिर। यह मंदिर भी वृंदावन के प्राचीन मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की स्थापना 500 साल पहले हुई थी। यहां पर भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी दामोदर रूप में विराजमान हैं। यह मंदिर बहुत ही भव्य मंदिर है। इसमें दर्शन करके आपको बहुत सुकून मिलेगा।
और ऐसा माना जाता है कि राधा दामोदर मंदिर की चार परिक्रमा करने से आपको गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने का फल मिलता है। बहुत ही सुंदर और निराला मंदिर है। आप इस मंदिर में दर्शन जरूर करें। दोस्तों वृंदावन में और भी बहुत सारे मंदिर है जिनमें आप दर्शन जरूर करना।