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केदारनाथ यात्रा सबसे सस्ते में कैसे करें | पूरी जानकारी हम आपको बताएंगे

Ravi Sharma
13 Min Read
Kedarnath Yatra sabse saste Mein kaise karen
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अगर आप केदारनाथ की यात्रा कर रहे हैं इस साल तो सबसे सस्ते में किस तरह से आप केदारनाथ यात्रा को कर सकते हैं। क्योंकि मैं केदारनाथ की यात्रा कर चुका हूँ इसलिए मैं आपको पूरे डिटेल्स बताऊंगा कि सबसे कम बजट में किस तरह से केदारनाथ यात्रा होती है।

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अगर बात की जाये कि केदारनाथ यात्रा कहाँ से शुरू करें तो सबसे पहले केदारनाथ यात्रा का शुरू कीजिए। हरिद्वार या ऋषिकेश से। इन दोनों जगह से ही केदारनाथ यात्रा स्टार्ट होती है तो सबसे पहले मेरा सजेशन रहेगा। आप हरिद्वार जाइए क्योंकि हरिद्वार के लिए बहुत सारी ट्रेनें चलती हैं डायरेक्ट कई शहरों से। इसके अलावा ऋषिकेश से वहां बहुत कम ट्रेनें चलती हैं।

केदारनाथ यात्रा सबसे सस्ते में कैसे करें

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तो इस वजह से सबसे मेरा सजेशन रहेगा सबसे बढ़िया कि आप आइए सबसे पहले हरिद्वार और वहां से अपनी यात्रा को स्टार्ट कीजिए। तो दोस्तो, केदारनाथ जाने के लिए जो सबसे सस्ता बजट रहेगा वो रहेगा आपका बस का बस से। अगर आप इस यात्रा को करेंगे तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बसें चलती हैं।

उससे अगर आप इस यात्रा को करेंगे तो सबसे कम बजट में आप इस यात्रा को कर पाएंगे। लेकिन इसमें थोड़ा सा दिक्कत ये होती है कि कई बार भीड़ ज्यादा रहती है।

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लेकिन अगर आपका बजट कम है तो आप बस से यात्रा कीजिए। वो सबसे कम बजट में आप इस यात्रा को कर पाएंगे। तो दोस्तों सबसे पहले आप आ जाइए हरिद्वार या ऋषिकेश जहाँ से भी आप यात्रा करना चाहे जो भी आपके नजदीक पड़े तो हरिद्वार आने के बाद आपको क्या करना है

जिस दिन आप हरिद्वार पहुँचते हैं शाम को तो शाम को ही टिकट ले लीजिए। अगले दिन सुबह सुबह का। सोनप्रयाग का। क्योंकि जो केदारनाथ यात्रा होती है

केदारनाथ डायरेक्ट कोई केदारनाथ के नाम से बस नहीं चलती

उसके लिए जो बस चलती है, केवल सोनप्रयाग तक ही चलती है। केदारनाथ डायरेक्ट कोई केदारनाथ के नाम से बस नहीं चलती। सोनप्रयाग तक बस चलती है तो उसका जो किराया रहता है वो 700 800 के बीच का रहता है तो सात 800 का। मैं आपका टिकट ले लीजिए और बस चलती है

पाँच से 08:00 बजे तक के बीच में। सुबह सुबह तो जब आप इस यात्रा को करेंगे तो एक दिन पहले आकर अपना टिकट ले लिया और सुबह सुबह बैठ जाइए बस में और निकल पढ़िए सोनप्रयाग के लिए

तो जब आप सुबह 05:00 बजे बैठेंगे यहां पर बस से तो आप शाम तक पहुँच जाएंगे। सोनप्रयाग में तो सोनप्रयाग पहुँचने के बाद सबसे पहला काम क्या करना है

आपको यहां पर ढूंढना अपने लिए हॉल क्योंकि सबसे कम बजट बैठता है डोरमेट्री का या फिर हॉल का। यहाँ पर क्या होता है कि हॉल में एक बिस्तर दे दिया जाता है जिसमें गद्दा और रजाई मिल जाती है तो वो लेकर आप यहाँ पर सो सकते हैं जिसका चार्ज 250 से 300 रहता है।

इसके अलावा अगर आप होटल लेते हैं तो होटल का बजट थोड़ा ज्यादा रहता है। होटल यहां पर आपको 3 हज़ार रुपए से लेकर 5 हज़ार तक में मिलेंगे वो भी नॉर्मल होटल मतलब कोई ज्यादा बहुत अच्छी फैसिलिटीज वाले नहीं।

नॉर्मल वाले भी आपको यहां पर तीन हज़ार रुपए से 5 हज़ार में बैठेंगे। तो सबसे बढ़िया रहेगा कि आप यहां पर हॉल ले लीजिए जिसमें आपको एक बिस्तर मिल जाएगा और दो आदमी आते हैं तो दो बिस्तर ले लीजिए।

सोनप्रयाग में जो खाना मिलता है वह 150 में एक नॉर्मल थाली

उस हिसाब से यहां पर आपका बजट हो जाएगा। इसके बाद अगर खाने की बात की जाए तो सोनप्रयाग में जो खाना मिलता है वह 150 में एक नॉर्मल थाली मिलती है।

जिसमें चार रोटी, सब्जी, दाल, चावल मिलता है। तो सबसे कम बजट वाली जो थाली बैठती है वह 150 की बैठती है। क्योंकि पहाड़ों में सामान ले जाना थोड़ा सा टफ होता है। इसलिए वहां पर रेट भी बढ़ जाते हैं। तो सबसे कम बजट वाली थाली भी 150 से स्टार्ट होती है।

अब इसके बाद उस दिन आराम करने के बाद फिर अगले दिन सुबह निकल पड़ी गौरीकुंड के लिए। यहां से गौरीकुंड की दूरी 5 किलोमीटर की है। जहां के लिए चलती है प्राइवेट टैक्सी। वहीं की टैक्सी चलती है और उस टैक्सी का चार्ज रहता है ₹50 तो ₹50 में आपको पहुंचा देंगे।

गौरीकुंड तो सुबह सुबह सबसे पहले निकल पड़िए गौरीकुंड के लिए। तो दोस्तों जब आप गौरीकुंड पहुँच जायेंगे तो यहां पर गौरा माता का एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है।

तो यहां पर मंदिर के दर्शन कीजिए। यहां पर गर्मपानी का कुंड है। वहां पर स्नान करने की अपनी मान्यता है तो लोग सबसे पहले जो मंदिर में चढाई करते हैं वो पहले यहां पर स्नान करते हैं तो यहां पर स्नान कर लीजिए गरम पानी के कुंड में।

अब दोस्तों यहां से केदारनाथ की जो पैदल यात्रा है वो करीब करीब 22 से 24 किलोमीटर की है तो जिसे करने में आपको कम से कम 10 से 12 घंटे लग जाएंगे और अगर आप यहां पर घोड़ा खच्चर करते हैं या डोली लेते हैं तो उसका चार्ज आपका अलग अलग रहता है। जैसे घोड़े खच्चर का लगभग 5000 है। डोली का 10000 से 15000 तक के बीच में बैठता है।

यह डिपेंड करता है आपके वेट के ऊपर वेट के हिसाब से रेट तय करते हैं। तो इस तरीके का यहां पर रेट रहता है और सबसे कम बजट में अगर आपको यह यात्रा करनी है तो आप पैदल ही इस यात्रा को कर लीजिए। तो यहां से जब आप पैदल जाएंगे तो आपको 8 से 10 घंटे का समय लगेगा।

रास्ते में बहुत ही अच्छी लोकेशन आपको देखने को मिलेंगी। रास्ते में ढाबे भी मिल जाएंगे। खाने पीने की व्यस्था थोड़ा बहुत रहती है रास्ते में और बहुत से लोग पैदल जा रहे होते हैं

तो भीड़ के साथ धीरे धीरे भी अगर आप चलेंगे तो 10 से 12 घंटे में आपकी यात्रा कंप्लीट हो जाएगी और शाम तक पहुँच जाएंगे। ऊपर केदारनाथ के बेस कैंप तक। तो दोस्तों जब केदारनाथ के बेस कैंप के आसपास पहुंचेंगे तो वहां पर ले लीजिए। टैंट दो तो। क्योंकि केदारनाथ में ऊपर बहुत ही कम होटल हैं, बहुत ही कम धर्मशालाएं हैं

तो सबसे बढ़िया रहेगा वहां पर जो टैंट लगे हैं बहुत सारे तो टैंट ले लीजिए वह बहुत सस्ते में भी बैठते हैं और वो ही यहां पर रुकने के सबसे बेस्ट साधन हैं। तो पिछले साल जो मैंने यात्रा की थी उस टाइम पर जो टैंट का रेट पड़ रहा था

वो 250 ₹300 पड़ा था पर पर्सन का एक टैंट में तो इस हिसाब से आप अपने लिए टैंट ले सकते हैं। 250 से ₹300 में आपको यहां पर टैंट मिल जाता है। इसके अलावा दोस्तों अगर आपको यहां पर केदारनाथ मंदिर के आसपास निशुल्क भोजन करना है तो यहां पर भंडारे वगैरह भी होते हैं। केदारनाथ मंदिर के आसपास दो तीन जगहों पर होते हैं

बल्कि तो आप यहां पर आकर निशुल्क भोजन भी कर सकते हैं और इसके अलावा अगर आप यहां पर किसी ढाबे या रेस्टोरेंट में भोजन करते हैं तो 150 से 200 थाली यहां पर बैठती है।

खाने की तो आप अपने बजट के हिसाब से देख लीजिए अगर आपको। भंडारे में भोजन करना तो बहुत ही अच्छा स्वादिष्ट भोजन यहां पर भंडारे में मिल जाता है। फिर इस दिन आप यहीं आराम कीजिए और सुबह सुबह फिर चार पांच बजे लाइन पर खड़े हो जाइए।

केदारनाथ मंदिर के दर्शनों के लिए क्योंकि सुबह सुबह ही लाइन लगना शुरू हो जाती है और लोग सुबह से ही लाइन में लगकर दर्शन करने के लिए खड़े हो जाते हैं।

तो जब आप इस तरह से लाइन में खड़े हो जाएंगे तो सात 08:00 बजे तक आपके दर्शन भी हो जाएंगे और इसके बाद केदारनाथ धाम के दर्शन करने के बाद एक भैरो बाबा का मंदिर भी पड़ता है। यहां से लगभग एक डेढ किलोमीटर ऊपर तो आपके पास समय है

तो वहां पर भी जाइए, वहां भी दर्शन कीजिए और एक दो घंटा वहां पर दर्शन करने में लगेगा। वहां पर दर्शन करने के बाद उसके बाद आप निकल पड़िए अपनी यात्रा में नीचे की ओर। गौरीकुंड में तो गौरीकुंड में जाने में आपको 7 से 8 घंटे का समय लगेगा वापिसी में और 7 से 8 घंटे में आप पहुंच जाएंगे फिर गौरीकुंड में।

इसके बाद गौरीकुंड से निकल पड़े सोनप्रयाग के लिए उसी दिन क्योंकि सोनप्रयाग में रुकने के ज्यादा ऑप्शन हैं। गौरीकुंड में कम है। गौरीकुंड में अगर आपको वहां पर हॉल मिल जाता है या डोरमेट्री मिल जाती है तब तो ठीक है,

नहीं तो आप निकल पड़िए सोनप्रयाग में। वहां आपको कहीं ना कहीं डोरमेट्री या हॉल मिल जाएगा जो आपका ₹300 में आपका बजट में रुकने का रात का हो जाएगा। इसके बाद इस रात यहीं पर खाना वगैरा खा लीजिए और फिर सुबह सुबह जो बस चलती है

डायरेक्ट हरिद्वार ऋषिकेश की वह ले लीजिए जिसका किराया 700 ₹800 पड़ता है और उससे आप पहुँच जाएंगे वापिस हरिद्वार में। तो इस तरह से अगर आप इस यात्रा को करते हैं तो आपका जो टोटल बजट आता है वह लगभग 4000 के करीब में आएगा।

लगभग 4000 में कंप्लेंट करें यात्रा

एक धाम का यानी केदारनाथ धाम का और इसके अलावा कुछ आप एक्सट्रा खर्चे करेंगे तो वह आपके ऊपर डिपेंड करता है। आप घोड़े खच्चर करते हैं, हैलीकॉप्टर करते हैं, कुछ भी करते हैं तो उसका अलग से खर्चा पड़ता है। तो इस तरह से अगर आप केदारनाथ की यात्रा को करेंगे तो आप ₹4,000 में बहुत ही अच्छे से इस यात्रा को कर लेंगे और जो केदारनाथ धाम के लिए बसे हैं

वह ऋषिकेश और हरिद्वार दोनों जगह से मिल जाती हैं। इसके अलावा जैसे अगर यमुनोत्री, गंगोत्री की बात की जाए। यमुनोत्री गंगोत्री धाम की यात्रा आपको बस से करनी है तो उसके लिए बसें सिर्फ ऋषिकेश से मिलती हैं। उसके लिए बसें आपको हरिद्वार से नहीं मिलती है तो केवल मैंने यहां पर केदारनाथ का बताया है।

इसके अलावा दोस्तों अगर आप और भी जानकारी जानना चाहते हैं केदारनाथ धाम के बारे में या फिर चारधाम यात्रा के बारे में तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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