अयोध्या में घूमने के 10 प्रमुख स्थानों
आज हम आपको बताने वाले हैं श्री राम भगवान की जन्मभूमि अयोध्या में घूमने के 10 प्रमुख स्थानों के बारे में। सरयू नदी के किनारे बसा यह शहर हिन्दू धर्म के लोगों के लिए सबसे पवित्र स्थान है क्योंकि यहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था इसलिए यहां पर भगवान राम और उनसे संबंधित कई प्राचीन स्थान मौजूद हैं।
इसके अलावा अयोध्या शहर काफी चर्चा में भी रहता है क्योंकि यहां स्थित राम मंदिर को लेकर कई बार विवाद हुए हैं। तो चलिए फिर आज जानते हैं अयोध्या में घूमने के 10 प्रमुख स्थानों के बारे में और साथ में यह भी जानेंगे कि यहां पर कब आना चाहिए और कैसे आप यहां तक पहुंच सकते हैं। तो दोस्तों यहां घूमने के सबसे पहले स्थान पर आता है
हनुमानगढ़ी मंदिर हनुमान
हनुमानगढ़ी। दोस्तों हनुमानगढ़ी मंदिर हनुमान जी को समर्पित अयोध्या का सबसे प्रमुख मंदिर है। इस मंदिर का अपना अलग ही धार्मिक महत्व है। यहां जाने के लिए 76 सीढ़ियों से होकर जाना होता है
और कहते हैं कि भगवान राम के दर्शन करने से पहले यहां के दर्शन करने चाहिए। यह मंदिर ऊंचाई पर है जहां से आस पास के सुंदर नजारे भी दिखाई देते हैं। कहते हैं कि सच्चे दिल से मांगने पर यहां पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
रामजन्मभूमि
इसके बाद अगले स्थान पर है रामजन्मभूमि 200। रामजन्मभूमि अयोध्या रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर दूर सबसे पवित्र स्थान है। यह वही स्थान है जहां पर भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। बताया जाता है कि पहले यहां पर भव्य मंदिर था लेकिन बाद में मुगल बादशाहों ने इसे तोड़ दिया था
। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां पर फिर से भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। अयोध्या आने वाले ज्यादातर श्रद्धालु यहां रामजन्मभूमि के दर्शनों के लिए ही आते हैं। इसके बाद अगले स्थान पर आता है
कनक भवन
कनक भवन। दोस्तो, कनक भवन अयोध्या में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। इसके बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर को भगवान राम की मां केकी ने विवाह के बाद माता सीता को दिया था। बाद में इस मंदिर का पुनर्निर्माण राजा विक्रमादित्य ने किया था।
कनक भवन अयोध्या में सबसे आकर्षक स्थलों में से एक है। इस भवन की वास्तुकला सभी को आकर्षित करती है। इसके बाद अगले स्थान पर आता है
राम की पैड़ी
राम की पैड़ी। सरयू घाट के पास ही स्थित है राम की पैड़ी। यहां पर स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार जब लक्ष्मण जी सभी तीर्थों के भ्रमण पर जाना चाहते थे तब प्रभु श्रीराम ने इस पैड़ी का निर्माण किया था। इसलिए अयोध्या में राम की पैड़ी का बहुत ही महत्व है और अयोध्या आने वाले श्रद्धालु यहां भी स्नान जरूर करते हैं।
सीता रसोई
इसके बाद अगले स्थान पर आता है सीता रसोई। सीता की रसोई अयोध्या में रामजन्मभूमि के उत्तर पश्चिमी छोर पर स्थित है जोकि एक देखने लायक जगह है क्योंकि ऐसा माना जाता है
कि इस स्थान पर माता सीता खाना बनाया करती थी। इस मंदिर के एक कोने पर कीचन का मॉडल बना हुआ है जिसे सीता रसोई नाम दिया गया है। इसके अलावा इस मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां भी विराजित हैं। इसके बाद अगले स्थान पर आता है दशरथ भवन। अयोध्या शहर के बीचो बीच हनुमानगढ़ी से थोड़ा पास में स्थित है
दशरथ भवन
दशरथ भवन। राजा दशरथ अयोध्या के राजा और श्रीराम के पिता थे। इस भवन के अंदर एक मंदिर भी है जहां पर भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता के साथ साथ भरत और शत्रुघ्न की भी मूर्तियां रखी हुई हैं। अयोध्या में घूमने की यह एक प्रमुख जगह है। इसके बाद अगले स्थान पर आता है
त्रेता के ठाकुर
त्रेता के ठाकुर। त्रेता के ठाकुर अयोध्या में सरयू नदी के तट पर स्थित एक प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहां पर श्रीराम ने अश्वमेघ यज्ञ किया था। अगर आप अयोध्या की यात्रा पर आ रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन भी जरूर करें। इसके बाद अगले स्थान पर आता है
नागेश्वरनाथ मंदिर
नागेश्वरनाथ मंदिर। राम की पैड़ी पर स्थित यह एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के बारे में कथा है कि भगवान राम के पुत्र कुश द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया था। एक नागकन्या से प्रेम होने के कारण उन्होंने उस नागकन्या के लिए इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
नागेश्वर नाथ मंदिर
इसलिए यह मंदिर नागेश्वर नाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है। इसके बाद अगले स्थान पर आता है मणिपर्वत मन्दिर। दोस्तो, रामायण में यह बात उल्लेखित है कि जब लक्ष्मण जी मूर्छित थे तो हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने के लिए आए थे
और उस समय पर्वत का कुछ हिस्सा यहां पर भी गिर गया था और इस हिस्से को ही मणिपर्वत के नाम से जाना जाता है। लोग यहां पर दर्शनों के लिए आते हैं और यहां से अयोध्या के बहुत ही सुंदर नजारे भी दिखाई देते हैं। इसके बाद अगले स्थान पर आता है
तुलसी उद्यान
तुलसी उद्यान। तुलसी उद्यान गोस्वामी तुलसीदास जी की स्मृति में स्थापित किया गया है। यह एक बगीचा है जिसमें तुलसीदास जी की प्रतिमा भी लगी हुई है। तुलसीदास जी ने रामचरित। मानस की स्थापना की थी। इसीलिए उनकी याद में इस पार्क को बनाया गया है। तो यह अयोध्या में घूमने के 10 प्रमुख स्थान और अब जानते हैं
यहां पर आने का बेस्ट टाइम कौन से रहता है।
तो यहां घूमने के लिए बेस्ट टाइम माना जाता है अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक का। क्योंकि इस समय तो मौसम भी बहुत सुहाना रहता है और इसी समय पर दशहरा, दीवाली जैसे कुछ प्रमुख त्योहार भी मनाए जाते हैं। तो उस समय यह पूरा शहर दीयों से जगमगा उठता है। तो अयोध्या घूमने के लिए बेस्ट टाइम। इसीलिए अक्टूबर से दिसंबर तक माना गया है।
अब बात करते हैं कि यहां तक पहुंचे कैसे? तो यहां तक के लिए आपको डायरेक्ट बस और ट्रेन बड़े शहरों से यूपी के कई बड़े शहरों से मिल जाएगी। इसके अलावा फ्लाइट की कोई डायरेक्ट सुविधा अयोध्या तक अभी नहीं है और आने वाले समय में हो सकता है कि बहुत जल्द डायरेक्ट अयोध्या तक फ्लाइट की सुविधा भी मिल जाए।